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बाजार में बिक रही है गंदे पानी की सब्जियां।
गंदे पानी की सब्जियों पर प्रशासन मौन।
गंदे पानी की सब्जियां यानी सब्जियों की सिंचाई के लिए गटर ,नाली ,और फैक्ट्रियों से निकले पानी के उपयोग से सब्जियां उगाना तथा सब्जियों को धोने के लिए भी गंदे पानी का ही उपयोग करना।
गंदे पानी की सब्जियां आज हर शहर के बाजारों की सच्चाई है। ताजी सब्जियों के नाम पर ये जहरीली सब्जियां मंडियों से लेकर हमरे फ्रिज और रसोई और खाने में आसानी से मिल जाती है। गंदे पानी की सब्जियों की कोई खास निशानी नहीं होती है। लेकिन स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होती है। हर रोज देश के करोड़ों लोग रोज इन्ही सब्जियों का उपयोग करने के लिए मजबूर है।
हर शहर के बाहर जहां शहर के गंदे पानी की निकासी या ट्रिटमेन्ट प्लांट आदि होते है उसके आसपास की जमीन भूमाफिया द्वारा ही खरीदी हुई होती है। जिसे किसानों को या मजदूरों के जरिये सब्जियां उगाई जाती है तथा शहरो के गंदे पानी की सब्जियां उसी शहर में बेचने के लिए भेज दी जाती है। तेरा तुझको अर्पण।
ऐसा नहीं है की सिर्फ किसानों द्वारा ही गंदे पानी में सब्जियां उगाई जाती है। यह बहुत ही प्रायोजित और सामूहिक लाभ व सामूहिक उदासीनता का नतीजा है।
शहरो के आसपास के इलाके ऐसी सब्जियां उगाई जाती है। किसी न किसी प्रभावशाली व्यक्ति या भूमाफिया से जुडी होती है। जिसके चलते आम नागरिक इनसे उलझने की कोशिश ही नहीं करता और शिकायत कर भी दे तो कार्यवाही होते होते फैसले कट के बाजार में बिक जाती है और दिखावे के लिए कुछ बीघा की फसल नष्ट करके प्रशासन अखबारों में सुर्खियां बटोर लेता है।
आमतौर पर गंदे पानी की निकासी या ट्रीटमेंट प्लांट शहर से दूर या शहर के सुनसान इलाको में ही लगाए जाते है। जिसके चलते आम आदमी वहा आना जाना बहुत ही कम या ना के बराबर ही होता है। तथा ट्रीटमेंट प्लांट भी सरकारी या निजी कम्पनियो के हाथ में होते है जिनको गंदे पानी को साफ़ करके सिंचाई के लिए आगे भेजना होता है। पानी को साफ करने की लागत को कम करने के लिए गटर के पानी को आसपास फैला दिया जाता है ताकि वो जल्दी सुख जाये। ऐसे में आसपास की जमीनों में खेती होने लगती है।सिंचाई के पानी की गुणवक्ता के निरिक्षण के लिए हर शहर में कृषि विभाग होता है। लेकिन फिर ट्रीटमेंट प्लांट से निकले मामूली साफ़ पानी से सिंचाई की जा रही है।
सिर्फ गटर के पानी की सब्जियां ही हानिकारक नहीं होती बल्कि गटर के पानी को साफ करने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की लापरवाही से निकलते पानी में लगी फसल भी जहरीली ही होती है।
गटर के पानी की सब्जियों से कैसे बचे
(1 ) आमतौर पर गटर के पानी में पालक ,गोभी ,मूली ,हरे प्याज ,पत्तेदार सब्जियां की ही फसले लगाई जाती है। इनको उपयोग लेने से बचे।
(2 ) ऐसी सब्जियों को नमक के गर्म पानी में कुछ देर रख कर धोये व बाद में साफ पानी से धोले।
(3 ) ऐसी सब्जियों को कच्चा खाने से बचे।
पकाने से गटर के पानी की सब्जियों के जहर और भारी धातुओं में कोई कमी नहीं आती है। लेकिन खाद्य संदूषको (इ-कोलाई जैसे बैक्टीरिया व फंगस ) को कम किया जा सकता है।
गंदे पानी की सब्जियां व फसलों से बचाव के राज्य सरकरो व केंद्र को सशक्त कानून बनाने होंगे।न सिर्फ गंदे पानी में खेती के अपितु शहर के गंदे पानी की निकासी और उसकी सफाई को लेकर भी कड़े कानून बनाने होंगे।
फ़ूडमेंन हमेशा से खाने पीने में साफ सफाई तथा प्राकृतिक खेती को लेकर अग्रसर रहा है। तथा अपने पाठकों को बाजार के खाने पीने के खतरों के साथ साथ बचाव व एक सामूहिक प्रयास करने के लिए जनता में जागृति लाने का काम कर रहा है रहा है।