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वीगन डाइट खाना खतरनाक ?मिडिया में जारी रिपोर्ट गलत तथ्यों पर आधारित
हालही में प्रिंट, सोशल मिडिया ,में जारी एक रिपोर्ट कई गलत तथ्यों पर वीगन डाइट को नुकसान दायक बता कर प्रचारित की जा रही है।जिसमे सवाल कच्ची सब्जियों फलो के सेवन के आधार पर वीगन डाइट पर उंगली उठाई जा रही है। इस रिपोर्ट में बड़ी ही चालाकी से कच्ची सब्जियों और फलो के सेवन को आधार बनाकर जारी की है। जबकि कच्ची सब्जियां और फल वीगन डाइट का मात्र भाग है। जो अधिकतर वीगन डाइट लेने वाले लगातार नहीं खाते ,वीगन डाइट की कच्ची सब्जिया सिर्फ सलाद तक ही सिमित है।
वीगन डाइट से मतलब भोजन में किसी भी तरह से पशुओ के अंग या अंश का उपयोग बिलकुल भी नहीं करना होता है। यहाँ तक की दूध दही,घी व शहद को भी नहीं खाया जाता है। यह धरती के सभी जीवित प्राणियों के लिए सम्मान व बराबरी की भावना जताने के लिए एक प्रयास है।
वही वीगन डाइट में कई सब्जियों को जो कच्ची खाई जा सकती हो को सलाद के रूप में अपने भोजन के एक निश्चित भाग शामिल करना है। जबकि बाकी का हिस्सा पका कर खाने के लिए ही होता है। क्योकि आलू गोभी को कच्चा तो नहीं खाया जा सकता और ना ही गेहू के आटे को कच्चा खाया जा सकता है। वीगन डाइट में पकाना ,तलना ,भुनाना सभी शामिल है।
रिपोर्ट में वीगन डाइट को लेकर कच्ची सब्जियां खाने के नुकसान पर ही जोर दिया गया है। हेडलाइन और पूरी रिपोर्ट को तोड़ मरोड़ कर वीगन डाइट को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई है। लेकिन गौर से पढ़ने पर आप भी इसमें कच्ची सब्जियों को खाने के नुकसान पर ही केंद्रित पाएंगे। वीगन डाइट मानव शरीर के लिए अतिउत्तम आहार पद्धति है।