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टेट्रा पैक भविष्य के प्रदुषण का नया नाम, जल्द ही प्लास्टिक को पीछे छोड़ देगा 

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टेट्रा पैक में शराब की पैकिंग से शराब का परिवहन हुवा आसान 

टेट्रा पैक आज तरल प्रदार्थ पैक करने का  एक बहुत ही बहुआयामी पैकिंग व्यवस्था बन गया है। 

दूध दही और फलों के जूस के बाद अब इसका सबसे बड़ा बाजार शराब बन गया है। टेट्रा पैक 6 परतो से बना एक परत से बना होता है। जिसमे लकड़ी के अलावा प्लास्टिक और अल्मुनियम की परते होती है। जो किसी भी तरल प्रदार्थ की सुरक्षा के लिए एक बेहतरीन पैकिंग है। जिससे तरल खाद्य प्रदार्थ की सेल्फ लाइफ को दो गुणा किया जा सकता है।

लेकिन टेट्रा पैक की एक ही कमी है है की इसको प्लास्टिक की तरह रिसाइकल नहीं किया जा सकता है। यानी दोबारा काम में नहीं लिया जा सकता है। इसके कचरे से आप वैकल्पिक उपाय निकाल सकते है। लेकिन इसको एक बार के उपयोग के बाद कोई रिसाइकल नहीं हो सकता है।जिसका मूल कारण  मिश्रित सामग्री से बनी इसकी 6 परते है। जिसको फ़िलहाल की तकनीक से अलग नहीं किया जा सकता है। और टेट्रा पैक भविष्य में प्लास्टिक से भी ज्यादा गंभीर समस्या इस पृथ्वी के लिए होने जा रहा है। 

शराब की पैकिंग  टेट्रा पैक में होने से शराब की गुणवत्ता में कोई परिवर्तन नहीं होता है जब तक की टेट्रा पैक की एलुमिनियम की परत से शराब सीधे संपर्क में नहीं आती। लेकिन तकनीक पर विश्वास भी नहीं किया जा सकता है। मानवीय भूले कभी भी हो सकती है और शराब कभी भी जानलेवा हो सकती है। 

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अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश  के औरैया से पुलिस ने 3115 टेट्रा पैक में पैक शराब के डिब्बे पाइपो के अंदर बंद करके पंजाब की शराब को तस्करी कर बेचने के का अनोखा मामला सामने आया है। हालाँकि प्लास्टिक बोतल या थैली की भी तस्करी हो सकती है लेकिन इस तरह से ठूंस कर टेट्रा पैक ले जाने में टेट्रा पैक की परते दरक सकती है और एलुमिनियम की परत का संपर्क शराब से हो सकता है। जिससे कभी भी कोई गंभीर कांड हो सकता है। बरहाल औरैया पुलिस ने इस शराब को जब्त करके सेंकडो की जान बचाने का काम किया है।इससे पहले भी हाल ही में बिहार में जहरीली शराब कांड में टेट्रा पैक शराब ही मुख्य रूप से थी। 

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टेट्रा पैक को लेकर इससे पूर्व भी छाछ फलो के रस आदि में जानलेवा फंगस होने की खबरें अखबारों में छपी और इंटरनेट पर वायरल हुई है। सिर्फ भारत में ही नहीं अन्य देशो में भी ऐसी शिकायतें टेट्रा पैक को लेकर होती आई है। टेट्रा पैक प्रदुषण के मामले में बहुत ही जल्द प्लास्टिक को पीछे छोड़ने वाला है। प्लास्टिक से विपरीत टेट्रा पैक का कोई रिसाइकल व्यावहारिक नहीं है ,जल्द ही यह टेट्रा पैक विश्वव्यापी समस्या बनने जा रहा है।  अगर इसे नियंत्रित या प्रतिबंधित नहीं किया गया। 

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