कंज्यूमर कार्नर
प्रियागोल्ड बिस्किट में पाया गया बिजली के तार का टुकड़ा
उपभोक्ता ने सोशल मिडिया में जारी की तस्वीरें
प्रियागोल्ड बिस्किट में पाया गया बिजली के तार का टुकड़ा
सोशल मिडिया मंच लिंक्डइन पर विनोद वर्मा नाम के यूजर ने फ़ूड जॉइंट सुर्या फ़ूड एंड एग्रो लिमिटेड के ब्रांड प्रियागोल्ड के मारीलाइट बिस्किट में बिजली के तार पाए जाने की तस्वीर सांझा की है। बिस्किट उपभोक्ता ने बाकायदा बिस्किट और बिस्किट के पैकेट जिसपर बेच नम्बर E22F तथा निर्माण तिथि जून 2022 व एक्सपाइरी तिथि मार्च 2022 अंकित है।
फ़ूडमेन ने भी सोशल मिडिया पर सम्बंधित कम्पनी के ब्रांड की पड़ताल की तो कुछ ख़ास नजर नहीं आया लेकिन खुद कम्पनी की ही ग्राहक सहायता वेबसाइट पर ग्राहकों की शिकायते मिली जिसमे बिस्किट में अजीबो गरीब चीजे मिलने की शिकायते दर्ज है। लेकिन उक्त यूजर की शिकायत दर्ज नहीं मिली। खाने पीने के पैकेट बंद सामान में असंभावित वस्तुओ का निकलना नई बात नहीं है। लेकिन एक आम बात जरूर है क्यों की जनता और सरकार व खाद्य सुरक्षा विभाग सभी उदासीन है।
प्रिय गोल्ड पर अन्य शिकायत के लिए निचे लिखी लिंक पर जाएँ
भारत जैसे देश में जहां खाद्य सुरक्षा विभाग खुद कर्मचारियों की कमी से सालो से बेहाल है। वहां पर एक व्यापक और मजबूत खाद्य कानून होने के बावजूद भी खाद्य सुरक्षा और ग्राहक सुरक्षा बहुत दूर की कोड़ी लगाती है। है तो भी किसे परवाह है। और हो तो भी किसको फर्क नहीं पड़ता है। आम जनता और पढ़ी लिखी जनता अपने साथ हो रहे खाद्य सुरक्षा की अनदेखी को अनदेखा करने के लिए इतनी अभ्यस्त है। की कोई कम्पनी या ब्रांड इनको कुछ में कुछ भी देदे फर्क नहीं पड़ता है। कोई भी कानून के दरवाजे पर या खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के दरवाजे पर दस्तक देना नहीं चाहता है। कुछ लोग अपनी शिकायतों के लिए सोशल मीडिया पोस्ट और कस्टमर केयर पर ईमेल आदी भेज कर इतिश्री कर लेते है।
भारत में भी खाद्य सुरक्षा कानून बहुत ही प्रभावी और कुशलता से बनवाये गए है लेकिन आम आदमी में इनके प्रसार प्रचार और जागरूकता के अभाव की वजह से कई बड़ी बड़ी राष्ट्रीय व अंतरास्ट्रीय ब्रांड की खाद्य वस्तुओ की अनदेखी और लापरवाही को जनता द्वारा ही अनदेखा कर दिया जाता है।
फ़ूडमेन आम जनता से अपील करता है की खाद्य सम्बन्धी अपनी किसी भी शिकायत के लिए खाद्य सुरक्षा FSSAI द्वारा जारी ऑनलाइन पोर्टल पर जा कर अपनी शिकायत को दर्ज करवाये तथा अपने नजदीकी व सम्बंधित उपभोक्ता सरक्षण अदालत में भी अपनी शिकायत दर्ज करवाये। फ़ूड मेन की राय है की ग्राहक को मोटी खाल का होना चाहिए और कंज़्यूमर कोर्ट में धैर्य से केस लड़ना चाहिए और हाँ खाने पीने के पैकेट बंद सामान का बिल जरूर लेवे।