समाचार (देश/विदेश)
केरल सरकार दूध से एंटीबायोटिक्स व कैंसरकारी तत्वों को कम करेगी
BENISON MEDIA
हाल ही में केरल विधान सभा में दूध में एन्टिबायोटिक्स व एफ्लाटॉक्सिन एम1 जो की कैंसरकारी तत्व है। इनको दूध में सिमित मात्रा करने की निति पर काम कर रही है। केरल विधानसभा में राज्यपाल आरिफ मोहमद खान ने अपने सम्बोधन में डेयरी विकास विभाग को दूध व दूध उत्पादों व पशुआहार से एंटीबायोटिक्स व एफ्लाटॉक्सिन के लिए विशेष गुणवक्ता अभियान शुरू किया है।
(एफ्लाटॉक्सीन के बारे में देखे http://foodman.co.in/bhojan-me-chupe-jahar/)
दूध व दूध की गुणवक्ता को लेकर हमेशा से एक संदेह की स्थिती बनी रहती है। दूध वाले भैया से लेकर बड़े बड़े ब्रांड के दूध की गुणवक्ता और विज्ञापनों में जमीन आसमान का फर्क देखने को मिलता है।ऐसे में केरल सरकार का ये कदम सरहानीय हो सकता है।
ये भी देखने वाली बात है की जहाँ अन्य राज्य सरकारे अजब गजब के फैसले ले रही है। केरल सरकार द्वारा मूल व आम जन के हितो को देखते हुवे दूध व पशुआहार से हानिकारक तत्वों को कैसे कम किया जाए पर काम कर रही है।
2019 में FSSAI की रिपोर्ट में दूध की गुणवक्ता को लेकर किये सर्वे में 6432 दूध के नमूनों में 368 नमूनों में तय मात्रा से अधिक एफ्लाटॉक्सीन होने की पुष्टि की थी।हालही में FSSAI द्वारा दूध पर किये गए सर्वे में कई बड़े बड़े ब्रांड के दूध गुणवक्ता कमी पायी गई है।
ऐसे में सिर्फ सर्वे और मिडिया रिपोर्ट में छपने से कोई ठोस नीति बनती नजर नहीं आ रही है।