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JIST NEWS ऑनलाइन न्यूज़ चैनल द्वारा शराब की पैड मार्केटिंग।
JIST NEWS ऑनलाइन न्यूज़ द्वारा शराब का प्रोत्साहन शर्मनाक।
शराब को प्रोत्साहन किसी भी तरह से गैरकानूनी है सरकार द्वारा शराब को प्रोत्साहन देना प्रतिबंधित है। किसी भी मिडिया द्वारा नशीली वस्तु, तम्बाकू व शराब को प्रोत्साहन देना वर्जित व क़ानूनी रूप से दंडनीय अपराध है।
हाल ही में फ़ूडमेन के संवाददाता ने इंटरनेट सर्फिंग के दौरान एक आपत्तिजनक वीडियो देखा, जो कि प्रतिष्ठित ऑनलाइन न्यूज़ चेंनल जीस्ट न्यूज़ (JIST NEWS ) के महिला एंकर द्वारा संचालित था। यूट्यूब पर सर्च और चेंनल की वेबसाइट पर बहुत कोशिश के बाद भी इसे JIST NEWS के ऑफिसियल चैनल पर नहीं पाया गया लेकिन फेसबुक पर यह विडिओ 29 अप्रेल 2023 को अपलोड किया गया है ,जिसमे राजस्थान की मशहूर “महारानी मेहनसर” ‘गुलाब शराब’ के बारे में बताया गया है।
आप लोगो ने शराब व ज्यूस का कॉकटेल जरूर सुना और पीया होगा। इस वीडियो में आप सूचना और विज्ञापन का कॉकटेल देख सकते है।
(वीडियो लिंक )https://facebook.com/jist.india/videos/6165703903558056/?extid=CL-UNK-UNK-UNK-AN_GK0T-GK1C&mibextid=Nif5oz
इस खबर या प्रायोजित खबर में आप JIST NEWS एंकर को महारानी मेहनसर गुलाब शराब के बनाने और उसमे प्राकर्तिक रंग होने के साथ साथ कालीमिर्च सफ़ेद मूसली जैसी कई औषधीय होने के दावे के साथ शराब पीने के तरीके के बारे में भी बताया गया है।
दर असल महारानी मेहनसर के गुलाबी रंग को गुलाब से जोड़कर दिखाया गया है, जो कि रंगीन सफ़ेद झूठ है। फ़ूडमेन ने महारानी महनसर गुलाब की बोतल सरकारी शराब की दुकान से खरीदी, जिसपर सामग्री के साथ साथ स्वीकृत लाल रंग होना पाया गया।
जबकि jist news के तथाकथित विडिओ में शराब के रंग के लिए गुलाबी रंग के लिए गुलाब से बने होने का दावा किया गया साथ ही महारानी मेहनसर गुलाब शराब में अन्य औषधिया होने का भी दावा किया गया है जो की महारानी मेहनसर के ही अन्य ब्रांड “सोमरस” में मिलाये गए हैं जिसका जिक्र तथाकथित विडिओ में दिया गया है।
इससे ये साफ साफ़ जाहिर है कि यह विडिओ प्रायोजित लग रहा है। जिसे लेकर फूडमेन द्वारा शराब का गुणगान व प्रोत्साहन एक ऑनलाइन प्रतिष्ठित न्यूज़ चेंनल द्वारा किया जाना शर्मनाक है तथा इसे प्रायोजित विडियो ही माना जायेगा।
इसे लेकर foodman.co.in द्वारा JIST चैनल को ईमेल लिख कर भी इस संबंध में स्पटीकरण भी माँगा गया लेकिन JIST द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया है।
भारत में पत्रकारिता की जवाबदेही लगातार अपनी प्रतिष्ठा का स्तर गिराने में लगी है। हालही में TV 18 के एक कार्यकर्म “भैयाजी कहिन “में एंकर द्वारा चलते चलते कार्यक्रम में ‘च्यवनप्राश’ का प्रायोजित उल्लेख किया गया था। जिसे लेकर प्रतिष्ठित ऑनलाइन चेंनल ‘न्यूज़ लॉन्ड्री’ ने इस पर प्रश्न उठाया था। च्यवनप्राश तक फिर भी समझा जा सकता है।
लेकिन शराब को लेकर उसकी सामग्री को लेकर और पिने की तरीके को लेकर JIST NEWS जैसे प्रभावशाली ऑनलाइन चेंनल का व्यवहार समझ से परे है।
भारत में युवाओ में नशाखोरी पिछले कई सालो से बढ़ रही है। ऐसे में ऐसे शराब का गुणगान करके “JIST NEWS” द्वारा पत्रकारिता की छवि व प्रतिष्ठा रसातल तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है। इस सम्बन्ध में फ़ूडमेन द्वारा सम्बंधित सरकारी नियमन संस्थाओ को शिकायत दर्ज की गई है तथा JIST NEWS कर कार्यवाही के लिए आग्रह किया गया है।
साथ ही यूट्यूब पर शराब के प्रोत्साहन व शराब सम्बन्धी वीडियो को लेकर भी शिकायत की जा रही है। अधिकतर युवा लोग ही यूट्यूब पर ही अपनी समस्याओं को लेकर प्रश्न करते है। ऐसे में शराब की गुणवत्ता और पीने और बनाने के तरीके समाज उतने ही खतरनाक है जितने बम बनाने और युवाओं को कट्टर बनाने वाले यूट्यूब कंटेंट में है। और ऐसे में न्यूज़ चेनलो द्वारा मात्र व्यूज पाने के लिए ऐसे कुकर्त्य समाज और सरकार द्वारा अनदेखा करना युवा पीढी को नशे के अंधकार में ले जा सकता है।