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 फ़ूड डिलीवरी एप्प जोमेटो से आये दूषित केक से मासूम की मौत।

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चेक करें आप क्या आर्डर दे रहें है। कही आप भी तो नहीं मंगवा रहे है दूषित केक ऑनलाइन

पटियाला (पंजाब ):  एक 10 साल की बच्ची की  अपने ही जन्मदिन पर दूषित केक   खाने से हुई  फ़ूड पॉइजनिंग के चलते मौत हो गई। 

 परिवार के अन्य लोगो को भी फ़ूड पॉइज़निंग हुई लेकिन मासूम 10 दस वर्षीय बच्ची ही  मौत का शिकार बनी। परिवार वालो का कहना है की उन्होंने ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी एप्प जोमेटो से केक का आर्डर दिया था, जो कि  “केक कान्हा” नाम की दुकान से आया था।

 हालाँकि पुलिस कार्यवाही में जोमैटो पर दिए केक कान्हा का एड्रेस गलत पाया गया। लेकिन एक बार फिर से केक ऑर्डर करने पर सही एड्रेस का पता चला तथा पुलिस ने बैकरी  में कामगार तीन लोगो को गिरफ्तार है।  बेकरी मालिक अभी तक फरार बताया जा रहा है। ये जोमेटो द्वारा  घर पर खाना पहुंचने और फ़ूड पॉइज़निंग का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी जोमेटो के अधिकृत फ़ूड सप्लायर या वेंडर्स के खाने से फूड पॉइज़निंग और मौतों की खबरे आ चुकी हैं ।

 लेकिन खास कारणों के चलते इन्हे देश व्यापी विशेष हिंदी मीडिया संस्थान ऐसी खबरों को प्रकाशित नहीं करता। ये  खबर सिर्फ पंजाब के अखबारों तक ही सीमित रहती ,लेकिन सोशल मीडिया के चलते यह खबर देश भर में वायरल हो गई तथा केक खाने वालो में एक बार सनसनी ही  छूट गयी।

केक आज कल हर उत्सव को मानने का एक नया सा फैशन बन गया है।  भारतीय परम्पराओं में मुंह मीठा करवाने की परम्परा रही है इसी को लेकर केक व चॉकलेट आज बाजार में विज्ञापित किये जाते है। आज जन्मदिन ,शादी की सालगिरह ,या सक्सेज पार्टी आदि में जम कर केक काटने खाने और खिलाने और लगाने का फैशन बना हुआ है।

हालाँकि पटियाला पुलिस और बच्ची के घरवालों का केक पर फूडपॉइज़निंग का आरोप फ़िलहाल जाँच का विषय है। वैसे  जन्मदिन में केक के अलावा और भी बहुत कुछ खाया गया होगा। या बाहर से मंगवाया भी गया होगा। या घर में ही कुछ बनाया होगा जिसको लेकर भी जांच होनी चाहिए।  इसमें सिर्फ “केक कान्हा” के साथ साथ जोमैटो को भी जांच के दायरे में लेना चाहिए।

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 पुलिस ने साफ साफ बताया कि  जोमैटो पर दिए पते  पर केक कान्हा की दुकान नहीं मिली। फिर दूसरा ऑर्डर करने पर डिलीवरी में से पूछे जाने पर एड्रेस का पता चला। ये जोमैटो की जिम्मेदारी है की वो अपने वेंडर की पूरी तरह से छानबीन करे तथा साफ सफाई और हाइजीन का भी ध्यान रखे । पिछले साल ही जोमैटो ने आदर्श खाद्य प्रदार्थ के लिए अपनी शर्ते रखी थी।

लेकिन वो भी FSSAI की तरह सिर्फ एक समाचार और इवेंट ही साबित हुआ ।
बरहाल एक बच्ची की जान ऑनलाइन फ़ूड सप्लाई एप्प जोमैटो से आये  केक के  खाने हो चुकी है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। अब ये देखना होगा कि  आम आदमी पार्टी की सरकार क्या कदम उठाती है।केरल सरकार ने कॉटन कैंडी पर प्रतिबंध लगाया है।  वैसे भी हर साल देश में जंहा सेंकडो लोगो की मौत फ़ूड पॉइज़निंग से हो जाती है। लेकिन ये वाकया भी हमारे सरकारी तंत्र को कुछ सीखा के नहीं जायेगा। 

जोमाटो भी अपनी सेवा में कमी के चलते जब बच्ची के परिवार से ये जिरह भी कर सकता है कि केवल केक से ही बच्ची मरी है क्योंकि फ़ूड संदूषण में बीमारी या मौत को साबित करना इतना आसान नहीं है। 

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