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अमेरिका में भारतीय आई ड्राप से मौत – 55 लोग प्रभावित :कार्बोक्सिमिथाइल सेलुलोज से बनी आई ड्राप

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फरवरी के पहले हफ्ते में ही अमेरिका की खाद्य एवं औषध विभाग FDA ने भारतीय आई ड्राप को संक्रमित पाये जाने पर रिकाल कर दिया था। प्राप्त समाचारो की माने तो अमेरिका में भारतीय आई ड्राप लुब्रिकेटिंग या कृत्रिम आंसू के कारण अमेरिका में 55 लोग प्रभावित हुवे व एक पीड़ित की मौत भी हो गयी।जिसको लेकर FDA ने आई ड्राप को बाजार से हटा लिया है।

भारतीय फार्मासूटिकल कम्पनी चेन्नई स्थित ग्लोबल  फार्मा हेल्थकेयर प्रा.लि. है। जिस पर जाँच जारी है तथा उत्पादन पर रोक लगा दी गई है।चेन्नई के ड्रग कंट्रोलर डॉ पीवी विजयलक्ष्मी ने बताया की अमेरिका भेजी गई खेप का सेम्पल ले लिया गया है। तथा अमेरिका से सेम्पल मंगवाये लिए गए है। मामले की जाँच की प्रारंभिक रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गयी है।आगे के लिए जाँच जारी है।
आखो के ये ड्राप आँखों को सूखने से बचने और चिकना रखने के लिए काम में लायी जाती है।

इस आई ड्राप का मुख्य घटक कार्बोक्सिमिथाइल सेलुलोज ( Carboxy Methyl Cellulose ) है। जो की एक खाद्य अवयव भी है। इसे खाद्य कोड में इसे E-466 व E-469 के रूप में लेबल पर लिखा होता है।यह पायसीकारण या गाढ़ापन लाने के लिए काम में लिया जाता है।तथा टूथपेस्ट,आइसक्रीम,फ़ूड सप्लीमेंट दवा व शराब आदि में काम में लिया जाता है।

ऐसे में अगर आई ड्रॉप के संक्रमित होने से व्यक्ति की मौत हो सकती है तो आई ड्राप से कई गुणा अधिक कर्बोक्सिमिथाइल जो हमारे खाद्य तत्वों में पायी जाती है। वो कितनी ज्यादा खतरनाक हो सकती है.इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि कार्बोक्सिमिथाइल सेलुलोज विषाक्त नहीं माना जाता है लेकिन यहाँ आंत्र शोध या आंतो में सूजन जैसे रोगो को ट्रिगर कर सकता है। तथा बहुत आसानी से संक्रमित हो सकता है।

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यही वजह रही की अमेरिका में कार्बोक्सिमिथाइल सेलुलोज से बानी आई ड्राप से कथाकथित रूप से दो लोगो की मौत हो गयी।
अमेरिका की इस घटना से तरह कई की लापरवाहियां भी उजागर हुई है।जिसमे आयात निर्यात का नियमन करने वाली दोनों देशो की जाँच प्रणाली व दोनों ही देशो की दवा सम्बन्धी नियमन प्रणाली की लापरवाही साफ साफ देखी जा सकती है। लेकिन इन सब से अहम बिंदु
कार्बोक्सिमिथाइल सेलुलोज की खाद्य सामग्री में उपलब्धता और उसमे होते संक्रमण की तरफ भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ( FSSAI ) व आम आदमी का ध्यान आकर्षण करना है।

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