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बार्बी पिंक सोडा, बाजारवाद की नंगी सच्चाई

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स्वॉन (Swoon ) सोडा कम्पनी ने बच्चो में विशेष कर 5 से 13 साल की बच्चियों के लिए प्रशिद्ध व लोकप्रिय ब्रांड व खिलोने बनाने वाली कम्पनी के ब्रांड बार्बी के साथ मिल कर बार्बी पिंक निम्बू पानी लॉन्च किया है। दोनों मिश्रित साख को इस बार्बी पिंक सोडा निम्बू पानी के रूप में भुनाया जा रहा है।


आज लगभग सभी महिलाओ और लड़कियों ने अपने बचपन बार्बी गुड़िया के साथ खूब खेला होगा। बार्बी गुड़िया लगभग हर बच्ची तक पहुंची होगी चाहे वो ब्रांडेड हो या नकली सस्ती बार्बी गुड़िया लेकिन बार्बी से हर बच्ची परिचित है व बार्बी गुड़िया से सम्बंधित उत्पादों की ग्राहक है। छोटी बच्चियों की इसी उत्साह और चाह को भुनाने के लिए स्वॉन (swoon ) सोडा और बार्बी ने साझेदारी करते ये बात भी बता दी की बार्बी पिंक लेमोनेड से हुई कमाई का 10 प्रतिशत % 5 से 10 वर्ष की बच्चियों की पढाई के लिए दान भी करेगा।


फ़ूडमेन टिप्पणी
बाजारवाद हर तरह से लोगो को बाँटने की कोशिश की है ऐसे ही नीला काला रंग बाजारवाद में पुरुष और लाल व गुलाबी महिलाओ के लिए पहले से ही प्रचारित किया जा रहा है। इसी क्रम में छोटे बच्चो में नीला रंग लड़को के लिए और गुलाबी लड़कियों के लिए निर्धारित कर दिया गया है। इस तरह के लिंग भेद बचपन में ही बच्चो के मन में डाल दिए गए है। बार्बी पिंक लेमोनेड इस बात का जिन्दा सबूत है की किस तरह से आपके बच्चो के विचारो में छेड़छाड़ कर के अपने उत्पादों बिक्री बढ़ाई जाती है।स्वान बार्बी पिंक लेमोनेट ने दान का ऐलान करके कम्पनी ने अपने लक्षित ग्राहकों को चिन्हित भी कर लिया है

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