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स्टारबक्स की कॉफी में पाया गया अतिरिक्त पोटैशियम 

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बहुराष्ट्रीय कॉफी हाउस चलाने वाली कम्पनी की कॉफी पर फिर से उंगलिया उठने लगी है। यु तो स्टारबक्स का विवादों से पुराना नाता रहा है। इसबार स्टारबक्स के प्रतिद्वंद्वी  कम्पनी पूरोस्ट कॉफी (Puroast Coffee ) ने ही स्टारबक्स पर कॉफी में स्वाद बढ़ाने के लिए अनाधिकृत  तत्वों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है।तथा उत्तरी केरोलिना के अटॉर्नी जनरल को इसके लिए अपील भी की है।

पूरोस्ट कॉफी ने लिखित रूप से आरोप लगाया है। की स्टारबक्स कॉफी में कड़वापन कम करने के लिए अतिरिक्त पोटैशियम का उपयोग करता है। सामान्यतौर  पर भुनी हुई कॉफी में एक सिमित मात्रा में पोटैशियम एक बफर की तरह कड़वापन कम करने के लिए मिलाया जाता है। लेकिन स्टारबक्स ने नियम व स्वास्थ्य की अनदेखी करते हुवे स्वाद बढ़ाने और कॉफी के कड़वेपन कम करने के लिए अतिरिक्त पोटैशियम का उपयोग कर रहा है।अपने आरोपों के साथ  पूरोस्ट कॉफी ने स्टारबक्स की कॉफी के नमूनों की एक स्वतंत्र लेब से परीक्षण कर पोटेशियम की मात्रा की रिपोर्ट भी अटॉर्नी जनरल को दी है।

सामान्यतः एक कप कॉफी (8 ओंस ) में  116 मिलीग्राम पोटेशियम होता है जो सुरक्षित सीमा है। फिर भी ऐसे कॉफी के एक दिन में 2 व अधिकतम 3 कप से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। तथा विशेषतौर पर जिन व्यक्तियों को किडनी सम्बन्धी रोग हो उनको ऐसे कॉफ़ी के इस्तेमाल से बचना चाहिए।

पूरोस्ट कॉफी का दावा है की स्टारबक्स ने बिना किसी घोषणा के अतिरिक्त पोटेशियम कॉफी में मिलाकर उपभोक्ताओं के साथ धोखा किया है। हालांकि स्टारबक्स ने  पूरोस्ट कॉफी के दावों को झूठा बताया है।

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ज्ञात रहे की 71 देशो में करीब 28 हजार रेस्टोरेंट यूनिट का संचालन करने वाली कम्पनी की भारत में भी व्यापार करती है। इससे पहले भी स्टारबक्स पर कई विवाद रहे है जिनको या तो दबा दिया गया या फिर  कम्पनी ने ही माफ़ी का प्रस्ताव रखते हुवे आगे से ध्यान रखने की बात कही है। ऐसे में भारतीय युवाओ और ग्राहकों को अगली कॉफी के सेवन से पहले एक बार जरूर सोचना चाहिए।

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