समाचार (देश/विदेश)

फ़ूड सेफ्टी पर जोमेटो का कड़ा रुख – रेस्टोरेंट संगठनों का कड़ा ऐतराज

Published

on

खाने पीने रेडीमेड भोजन को डिलीवर करने वाली ऐप्प कम्पनी जोमेटो ने फ़ूड सेफ्टी और हाइजीन और गलत डिलीवरी पर अपना फैसला लिया है।
दरअसल जोमेटो को पिछले कई समय से आ रही ग्राहकों की शिकायत को मद्देनजर रखते हुवे आक्रामक रुख लिया है, जिसके चलते ख़राब व बासी खाना व खाने में कीड़े मकोड़े आदि पाए जाने तथा वेज की जगह नॉनवेज या ऑडर के विपरीत खाना डिलीवर करने वाले रेस्टोरेंट व खाद्य विक्रेता को अस्थायी रूप से जोमेटो के प्लेटफॉर्म से हटाने की हिदायत दे दी है।
जोमेटो ने एक कदम आंगे बड़  कर फ़ूड आइटम बनाने वालों की स्वयं शिकायत कानूनन रूप से खाद्य सुरक्षा विभाग में  इसकी शिकायत कर दी जाएगी जिसके फलस्वरूप किसी अन्य निजी ऑडिट संस्था के क्लीनचिट तक रेस्टोरेंट किसी और फ़ूड प्लेटफॉर्म पर अपना भोजन नहीं बेच पायेगा।
हालांकि  रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने जोमेटो के इस निजी कानून को लेकर सख्त विरोध किया हे क्यों की खाद्य कानून बनाना और उसे लागु करवाना सरकार के अधिकार क्षेत्र में है। इस मामले को लेकर खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने अभी तक कुछ भी नहीं कहा है।
किसी भी निजी कम्पनी या संस्थान को अपने अधिकार क्षेत्र में नियम कानून बनाने का अधिकार है पर जहा तक जोमेटो जैसी ऐप्प कम्पनी खाद्य क्षेत्र में सरकार की तरह नियम कानून नहीं थोप सकती और न ही किसी को अपने नियम मनवाने के लिए बाध्य कर सकती है। किन्तु डेर  सारी  शिकायत को देखते हुए जोमाटो को ये कड़ा रुख अपनाना पड़ा है।
कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत जोमोटो खाद्य प्राधिकरण FSSAI के साथ एक करार करते हुए सभी जुड़े हुए फ़ूड डिलीवरी आउटलेट की क्षमता बढ़ाने के लिए उनकी ट्रेनिंग पर फोकस करने का कार्य हेतु अग्रसर है।
ध्यान रहे सरकार व विधि  अनुसार लागु किसी भी कानून में अपने निजी कानून स्थापित करना संसदीय कार्य प्रणाली के विरुद्ध समझा जा सकता है जिसे किसी भी देश के कानून के परस्पर अपने कानून लागु करवाना उस देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के सामान है इसको लेकर याचिका करता अदालत की और अपना दाव प्रस्तुत कर सकते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version