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चीनी नहीं कृत्रिम मिठास है खतरनाक
हम भारतीय ही थे जिन्होंने गन्ने से चीनी बनाने के विज्ञान की शुरुवात की थी। हम भारतीयों ने ही 350 ईस्वी में गुप्त वंश के दौरान ही चीनी को क्रिस्टलीकरण करने की खोज कर ली थी।हालाँकि कई भारतीय ग्रंथो और धार्मिक किताबो में चीनी और मिश्री ,खाण्ड और गुड़ का जिक्र मिलता है। यानी की हम भारतीय सदियों से चीनी खाते आये है। और चीनी से होने वाले रोगो की भी जानकारी हमारे इतिहास में दर्ज है।विशेष रूप से “मधुमेह”।लेकिन आज उसी चीनी को लेकर एक अलग ही कहानी सुनाई जा रही है। बतायी जा रही है।पिछले सात दशकों से हम भारतीयों व विश्व भर में डायबिटीज के बढ़ते प्रकोप में चीनी को ही जिम्मेदार बता दिया जाता है। जो की आधा सच है।
कुछ दिनों पहले रेवंत हिमतसिंग्का के बोर्नविटा में कितनी चीनी है का वीडियो वायरल हुवा था। जिसमे रेवंत ने बोर्नविटा में कितनी चीनी है का खुलासा किया। हालाँकि बोर्नविटा के नोटिस पर रेवंत ने सार्वजानिक माफ़ी माँग ली। जो की अभी भी संदिग्ध है। तथा एक बार फिर से रेवंत ने अपने वीडियो शेयर करने शुरू कर दिए है।रेवंत की तरह और भी कई लोग उत्पादों में चीनी का विश्लेषण करने लगे है। जो की एक अच्छी शुरुवात है जनता द्वारा उत्पादों की सामग्री का विश्लेषण खाद्य सुरक्षा व प्रोसेस फ़ूड इंडस्ट्री से होने वाली जीवनशैली बीमारियों के विरुद्ध एक मिल का पत्थर साबित हो सकता है।
लेकिन इसमें चिंता का विषय चीनी को लेकर भ्रम की स्थिति है। जिसे सीधा डाइबिटीज से जोड़ कर देखा जाता है। जबकि यह सच्चाई का एक पहलू मात्र है।इस बात में कोई शक नहीं की चीनी डायबिटीज के कारणों में से एक कारण हो सकता है। लेकिन सिर्फ चीनी ही डायबिटीज का कारण नहीं हो सकती है। यह भ्रम प्रोसेस फ़ूड व दवा बनाने वाली व सुगर फ्री बनाने वाली कम्पनीज का सयुक्त अजेंडा है। विशेष रूप से पश्चिमी व यूरोपियन देशो में चीनी को बदनाम करने और कृत्रिम मिठास के तत्वों से ध्यान हटाने के लिए कथा कथित “सुगर माफिया”,शुगर इंडस्ट्रीज आदी नामो का उपयोग किया जाता है।
जबकि सच्चाई ये है की 1950 के दशक के बाद से ही प्रोसेस फ़ूड में कृत्रिम मिठास (चीनी) धीरे धीरे अपने पांव पसारने शुरू कर दिए थे। और आज ऐसा दौर है की लगभग हर मीठा प्रोसेस फ़ूड कृत्रिम मिठास के साथ ही आता है।तथा डाइबिटीज का कारण बनता है। लेकिन बदनाम चीनी को ही किया जाता है।
इसलिए अगली बार जब भी किसी उत्पाद की सामग्री देखे तो चीनी की मात्रा के साथ साथ कृत्रिम मिठास के अवयव को भी पहचानना सीखे। अधिक जानकारी के लिए पढ़े