स्वास्थ्य और जीवनशैली

तासीर – खाने पीने में क्या ठंडा और क्या गर्म

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अक्सर खाने पीने में हम खानपान की तासीर या प्रवृति को लेकर अक्सर यहाँ वहाँ अख़बार ,मिडिया या खाद्य या आयुर्वेद चिकित्सक से पूछते या सीखते रहते है की कौनसे खाने की क्या तासीर है। क्या वो शरीर के लिए ठंडा या गर्म तासीर का रहेगा। अधिकतर का ज्ञान प्राचीन ग्रंथो में लिखे आयुर्वेदिक तथ्यों से प्रेरित है। तथा बहुतो  का ज्ञान सुना सुनाया है। लेकिन कोई निश्चित रूप से किसी खाने तासीर या प्रवृति के बारे में नहीं बता सकता की वो ठंडी या गर्म तासीर का है।

विज्ञान और तकनीकी विकास के चलते आज हम किसी भी प्रदार्थ की तासीर का पता लगा सकते है। इस के लिए किसी भी खाद्य प्रदार्थ के कच्चा होने या पकने के बाद तासीर में आये परिवर्तन को लेकर लम्बे चौड़े लेख व वीडिओ इंटरनेट पर उपलब्ध है। लेकिन तत्काल रूप से किसी खाद्य की तासीर का पता कैसे लगाए

फूडमेन की आसान भाषा में समझिए

किसी भी खाद्य प्रदार्थ का एक निश्चित pH स्तर  यानी की अम्लता( Acidity ) या क्षारता (Alkaline ) होती है। जिसे pH  स्केल पर 0 से 15 स्तर तक में दर्शाया जाता है। 7.5 को pH स्तर pH  स्केल में तटस्थ(न्यूट्रल ) माना जाता है। पानी का pH  यही 7 से 7.4 ही होता है। 7.5 से घटते क्रम में अम्लता नापी जाती है। तथा 7 से 1स्तर  तक के क्रम में सबसे कम 1स्तर  बहुत ज्यादा अम्लता (एसिडिटी) का प्रतीक है। वही 7.5 से बढ़ते क्रम में क्षारीयता Alkaline ) को प्रदर्शित करता है। इसमें सबसे कम 7. 6 से अधिकतम 15 स्तर  तक क्षार की सघनता को दर्शाया जाता है। इसी pH  सिद्धांत से खाने की तासीर को समझा जा सकता है।

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आमतौर से 6 से 8 pH स्तर   तक खाना सुपाच्य व साधारण तासीर का माना जाता है।6 से 3 pH स्तर तक भोजन को ठंडी तासीर व 3 से कम स्तर  होने पर गर्म तासीर का माना जाता है। क्यों की  भोजन में अम्लता अधिक हो जाएगी। मानव पेट में मौजूद अम्ल का pH 1.5 से 2 pH स्तर तक होता है।  वही 6 से 8 तक   pH स्तर  सामान्य तासीर व 8 से अधिक pH स्तर  को गर्म तासीर का माना जा सकता है।

इंटरनेट पर लगभग हर भोजन की pH इकाई आसानी से मिल जाती है। जिससे बहुत से खाद्य प्रदार्थ की तासीर पता लगायी जा सकती है। शरीर में अम्लता अधिक होने पर दी जाने वाली क्षारीय दवा को ही एंटासिड कहा जाता है। जब पेट के अम्ल में अम्लता 3 pH से कम हो जाये यानी की अम्लता बढ़ जाये तो एसिडिटी का अनुभव होता है।

शरीर विज्ञान व औषधि व चिकित्सीय विज्ञान शरीर के क्षार और अम्ल के संतुलन को बनाये रखने के कई सिद्धांतो पर काम तो करता है। लेकिन मूलतः यह शरीर के क्षार और अम्ल को संतुलित करने के नुस्खे मात्र है। तासीर का सरल विज्ञान सरल भाषा में दिया गया है।जिसको अपना कर पेट के विकारो और शरीर की गर्मी ( बढ़ी हुई अम्लता व क्षारीयता ) को संतुलित किया जा सकता है।

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