पैकेट देख कर तो खोल रहे हैं आप ? क्या आपने कभी चापड़ा चटनी या बस्तरिया चटनी खाई है ? खट्टी मीठी जायकेदार सुर्ख लाल रंग...
विज्ञापन का भ्रम अजमेर उपभोक्ता अदालत में एक दिलचस्प परिवाद 2019 से चल रहा है। अजमेर निवासी तरुण अग्रवाल ने फिल्म “दे दे प्यार दे ” के...
1993 में आई एक फिल्म गर्दिश में एक गाने के बोल थे “आरजू हमने की तो गम पाए। रोशनी साथ लाई थी साये साये गहरे थे...
आज कल बाजार में और मुख्य मिडिया व सोशल मीडिया पर शरीर से जहर निकालने के उत्पाद बहुत प्रखरता से बताये जाते है। कई तरह के...